Madhu varma

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लेखनी कविता -गंगा - बालस्वरूप राही

गंगा / बालस्वरूप राही

गंगा केवल नहीं नहीं है,
इसकी एक कहानी है,
भारत के उजले सपनों की
यह भी एक निशानी है।

उच्च हिमालय की महानता
इसमें बह कर आती है,
सब से अच्छा देश हमारा:
लहर लहर कह जाती है।

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